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29 Nov 2021 · 1 min read

लौट आओ

****** लौट आओ *******
***********************

लौट आओ सनम तुम हो कहाँ,
साथ तेरे बिना मैं जाऊं कहाँ।

ढूंढ लिया पिया हमने जहां,
यार दिखता नही देखूं कहाँ।

देख हारे तुझे तुम ना मिले,
प्यार मिलता नहीं ढूंढूं कहाँ।

मौज हमको नहीं अच्छी लगे,
नीर को हम भला पोंछे कहाँ।

संग छूटा कभी मिलता नहीं,
छोड़ दुनिया भला पाऊं कहाँ।

मानता बात मनसीरत नहीं,
हाल दिल का बताऊं कहाँ।
**********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खैड़ी राओ वाली (कैथल)

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