लोग
लोग
***
काम बुरे करने में अब तो, किंचित नही लजाते लोग ,
मौका पाते ही डस लेते, विषधर से बन जाते लोग ,
शर्म नहीं इनको आती है , भूल गये मानव का धर्म ,
पकड़े जाते दंडित होते, तब मन में पछताते लोग !
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा !
***
🪷🪷🪷
लोग
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काम बुरे करने में अब तो, किंचित नही लजाते लोग ,
मौका पाते ही डस लेते, विषधर से बन जाते लोग ,
शर्म नहीं इनको आती है , भूल गये मानव का धर्म ,
पकड़े जाते दंडित होते, तब मन में पछताते लोग !
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महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा !
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