Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Aug 2024 · 1 min read

लोग होंगे दीवाने तेरे रूप के

लोग होंगे दीवाने तेरे रूप के, करते होंगे मंजनू तारीफ तेरी।
लेकिन मैं तेरा आशिक नहीं, ना ही मैं करूँगा तारीफ तेरी।।
लोग होंगे दीवाने तेरे रूप के ————————।।

अगर मैं देखता हूँ तुमको, मतलब इसका यह तो नहीं।
सोचता हूँ अगर कुछ मैं, मगर वह मतलब तू तो नहीं।।
कहते होंगे तुमको लोग, हुस्न परी, हुस्न परी।
लेकिन मैं तेरा आशिक नहीं, ना ही मैं करूँगा तारीफ तेरी।।
लोग होंगे दीवाने तेरे रूप के ———————-।।

करके श्रृंगार ऐसे यहाँ तू , किसको लुभाती है।
जवां है तू मगर ऐसे, जवानी किसको बताती है।।
दिखाते होंगे तुमको लोग, अपनी आशिकगिरी।
लेकिन मैं तेरा आशिक नहीं, ना ही मैं करूँगा तारीफ तेरी।।
लोग होंगे दीवाने तेरे रूप के ————————-।।

बहरहाल तुम यह काम करो, देखो अपना आईना।
हाथ तुमको कुछ नहीं लगेगा, देखो और का सपना।।
पूजते होंगे लोग तुमको, करते होंगे खुशामद तेरी।
लेकिन मैं तेरा आशिक नहीं, ना ही मैं करूँगा तारीफ तेरी।।
लोग होंगे दीवाने तेरे रूप के ————————।।

शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

Language: Hindi
Tag: गीत
70 Views

You may also like these posts

छल.....
छल.....
sushil sarna
*दृष्टिकोण*
*दृष्टिकोण*
Pallavi Mishra
122 122 122 12
122 122 122 12
SZUBAIR KHAN KHAN
हद
हद
Ashwini sharma
कुछ तो कहना होगा
कुछ तो कहना होगा
राकेश पाठक कठारा
मैं उन लोगों से उम्मीद भी नहीं रखता हूं जो केवल मतलब के लिए
मैं उन लोगों से उम्मीद भी नहीं रखता हूं जो केवल मतलब के लिए
Ranjeet kumar patre
हम कुछ इस तरह समाए हैं उसकी पहली नज़र में,
हम कुछ इस तरह समाए हैं उसकी पहली नज़र में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तरसता रहा
तरसता रहा
Dr fauzia Naseem shad
भरी महफिल में मै सादगी को ढूढ़ता रहा .....
भरी महफिल में मै सादगी को ढूढ़ता रहा .....
sushil yadav
*** मुंह लटकाए क्यों खड़ा है ***
*** मुंह लटकाए क्यों खड़ा है ***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
😊प्रभात-संदेश😊
😊प्रभात-संदेश😊
*प्रणय*
किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी।
किसी के इश्क में ये जिंदगी बेकार जाएगी।
सत्य कुमार प्रेमी
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
ॐ शिव शंकर भोले नाथ र
Swami Ganganiya
अपने-अपने संस्कार
अपने-अपने संस्कार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
निरुद्देश्य जीवन भी कोई जीवन होता है ।
निरुद्देश्य जीवन भी कोई जीवन होता है ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
मेरे दो बेटे हैं
मेरे दो बेटे हैं
Santosh Shrivastava
3794.💐 *पूर्णिका* 💐
3794.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"जख्म"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रकृति ने अंँधेरी रात में चांँद की आगोश में अपने मन की सुंद
प्रकृति ने अंँधेरी रात में चांँद की आगोश में अपने मन की सुंद
Neerja Sharma
राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक हो गये तो अनर्थ हो जाएगा
राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक हो गये तो अनर्थ हो जाएगा
नेताम आर सी
वासना और करुणा
वासना और करुणा
मनोज कर्ण
मोहब्बत ना-समझ होती है समझाना ज़रूरी है
मोहब्बत ना-समझ होती है समझाना ज़रूरी है
Rituraj shivem verma
ताजमहल
ताजमहल
Satish Srijan
कच्चा-हाउस 【बाल कहानी】
कच्चा-हाउस 【बाल कहानी】
Ravi Prakash
ഹൃദയശൂന്യ
ഹൃദയശൂന്യ
Heera S
नियम
नियम
Ajay Mishra
दिल की आवाज़
दिल की आवाज़
Dipak Kumar "Girja"
प्यार है ही नही ज़माने में
प्यार है ही नही ज़माने में
SHAMA PARVEEN
बुंदेली_मुकरियाँ
बुंदेली_मुकरियाँ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मजदूर
मजदूर
Dinesh Kumar Gangwar
Loading...