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5 Nov 2024 · 1 min read

लोग मेरे इरादों को नहीं पहचान पाते।

लोग मेरे इरादों को नहीं पहचान पाते।
मैं क्या कहूं किसी को
वो
मेरे दिखते हालात को नहीं पहचान पाते
बहुत खूब ,आज कल लोग अदाकार हो गए।
जेब में खनक की आवाज न हो जनाब
तो
वो अपने यारो को नहीं पहचान पाते।
जिंदगी अदब से जी थी जवानी में
अब मुझे घर के दर ओ दीवार
नहीं पहचान पाते।।

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