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30 Nov 2021 · 1 min read

लोग तो बस यही चाहते?

किसी तरह तुम्हारा घर तो जले?
लोग तो बस यही चाहते?

झूठे आँसू बहाने वाले भी इसी फिराक़ मे?
मुस्तैदी से तुम अपना घर महफ़ूज रखो.
शायर- किशन कारीगर
(©काॅपीराईट)

Language: Hindi
Tag: शेर
292 Views
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