लोग कहते हैं मैं कड़वी जबान रखता हूँ
लोग कहते हैं मैं कड़वी जबान रखता हूँ
जैसे तलवार कोई बिन मयान रखता हूँ
लोग कहते हैं……….
मुझे नफरत है जो सच को सच नहीं कहते हैं
उनको मेरी और मुझको उनकी बात कहते हैं
इसीलिए तो मैं दिल में तुफान रखता हूँ
लोग कहते है………..
कोई कहता रहे कुछ मैं मन की बात सुनता हूँ
कोई कितनी भी कहे मैं खुद ही राह चुनता हूँ
क्यों किसी की सुनूं मैं अरमान रखता हूँ
लोग कहते है……….
आज-कल लोग अच्छी बाते कहाँ सिखाते हैं
भाई-भाई में मन-मुटाव की बड़ी दरार लाते हैं
इसलिए मैं ना किसी के अहसान रखता हूँ
लोग कहते हैं……….
“V9द” तुम क्या जानो देखा है मैने लोगों को
बहुत आजमाया और परखा है मैने लोगों को
यूँ ही नहीं मैं अब अलग पहचान रखता हूँ
लोग कहते हैं……….