लोग अजनबी
घास हरी हो तो ही अच्छी लगती है
बस यही बात मुझको यू खटकती है
हा है मुझे प्यार तुझसे मानता हूं
जिंदा तो हूं पर मेरी जान कही भटकती है ।।
रोज क्यों सताती हो यू ख्यालों में
तस्वीर आती है तुम्हारी ,मेरी आंखों में
मुझे पता है में अकेला हूं
मुझे यूं ना चाहा करो तुम ख्यालों में