लोगों की सोच
क्यों डरे ?
लोग क्या सोचेंगे
क्यों डरे ?
लोग क्या कहेंगे
यह समाज की है रीत
दुखो में राते गई बीत
न आया कोई देखने
ना आया कोई साथ देने
फिर मिली एक सीख
कोई नहीं करता है प्रीत
ये दुनिया है यहां सब है
बस कुछ नहीं है तो ओ इंसानियत है
जब समाज को नजर न आई तुम्हारी दस्ता
फिर भी क्यों तुमने पकड़ रखा है वही रास्ता
उठो , चलो आगे बढ़ो
इस समाज से मत डरो
ओ क्या कहेंगे मत सोचो
तुम क्या करोगे ये देखो
लड़ो खुद के लिए
रास्ता बनाओ दूसरों के लिए
जय हिन्द जय भारत ✨🖊️
Sakshi Singh