लॉकडाउन में
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बहुत सतर्क है सरकार लॉकडाउन में।
रहेंगे हम भी खबरदार लॉकडाउन में।
किसी का मिल गया परिवार लॉकडाउन में।
बिछड़ गया है मेरा यार लॉकडाउन में।।
निभाओ फ़र्ज़ रहो आप अपने ही घर पर।
मदद मिलेगी लगातार लॉकडाउन में।।
चिकित्सकों ने भी दी बार बार समझाइश।
रहे न कोई भी बीमार लॉकडाउन में।।
नहीं हों गलतियाँ ये सावधानी रखना तुम।
तू बेसबब न जा बाजार लॉकडाउन में।।
उपाय सूझे या उपचार कोई मिल जाये ।
मिले ये जल्द समाचार लॉकडाउन में।।
गुज़र रहे बुरे हालात से ये व्यापारी।
पड़ा है बंद भी व्यापार लाॅकडाउन में।।
करीब रह सकें तो दूरियां जरूरी हैं।
सभी हुए हैं समझदार लॉकडाउन में ।।
पदाधिकारी से लेकर सफाईकर्मी तक।
रहे हैं सब ही मददगार लॉकडाउन में।।
हुईं न साफ चलीं योजनाएं कागज पर।
हैं साफ रेवा भी इस बार लॉकडाउन में।।
वो मीलों चल रहे पैरों में पड़ गये छाले।
हुए हैं भूख से लाचार लॉकडाउन में।।
बिलखते भूख से बच्चे ,खुली हैं मधुशाला।
बढ़े गुनाह, गुनहगार लॉकडाउन में।।
✍श्रीमती ज्योति श्रीवास्तव साईंखेड़ा
जिला नरसिंहपुर (mp)