लॉकडाउन(4)
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शेरू बिल्लू कालू टाइगर,
शोर मचाएं भौक भौंककर।
ऐसी भी क्या आफत आई,
क्यों इतनी खामोशी छाई।
कोई नहीं किसी से बोले,
ना ही दरवाजे को खोले।
बच्चे भी स्कूल नहीं जाते,
शोर शराबा नहीं मचाते।
कोई कारण हमें बताए,
सन्नाटे से हम उकताए ।
पास खड़ी थी बिल्ली रानी,
बोली मुझसे सुनो कहानी।
घूम रहा कोरोना बाहर,
घुस जाये ना घर के अंदर।।
इसीलिए लॉकडाउन लगा है,
घर रहने को कहा गया है।
खतरनाक है ये बीमारी,
मुश्किल में है जान हमारी।
सुन कर हुए सभी चौकन्ने,
अजनबियों पर लगे भौंकने।
25-05-2020
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद