लेखक होने का आदर्श यही होगा कि
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/efaa4ed851ff51f723e0b987682f1e32_e699bf22d246c423da3cfa899ea8b71d_600.jpg)
लेखक होने का आदर्श यही होगा कि
समाज की कुरूपता को बाहर लाएं और
एक सभ्य, सुसंस्कृत, राष्ट्र बनाएं
_ सोनम पुनीत दुबे
लेखक होने का आदर्श यही होगा कि
समाज की कुरूपता को बाहर लाएं और
एक सभ्य, सुसंस्कृत, राष्ट्र बनाएं
_ सोनम पुनीत दुबे