*लू के भभूत*
मई में लू
तो भी चलूं।
कभी प्याज लेके चलूं
तो कभी आलू।
सूती गमछा सर पर लपेट लू
ऊपर से नीचे तन को सेंक लूं।
मई में लू …….
लस्सी छाछ का मजा लूं
तो कभी गन्ना रस पियूं।
आम का पना ,जलजीरा
नींबू पानी ,बेल का शरबत
किसिम किसिम के आइस्क्रीम चख लूं।
मई में लू ………
नारियल पानी पी लूं
तो कभी तरबूज खा लूं
आम चटनी तो कभी करौंदा
कभी इमली ,पुदीना चटनी भी चाट लूं।
मई में लू………….
एसी का मजा लूं
तो कभी कूलर का
कभी जल क्रीड़ा करूं
शिवनाथ में , अरपा में
लीलागर जोंक में
महानदी के घाट में
इस पार से उस पार हो लूं!
मई में लू कहां कहां चल दूं????
संतोष कुमार मिरी
(प्रकृति प्रेमी कवि)
शिक्षक जिला दुर्ग
मो. 7987121484