लिख देती है कवि की कलम
लिख देती है कवि की कलम
किसी के भी दर्द को अपना समझ के,
पढ़ने वाला नासमझ गढ़ लेता है
कवि के जीवन की कहानी बना के।
यही तो खूबी है कलम थामने वाले की,
उफ़ तक न करते सामने ताव में आ के।
-सीमा गुप्ता अलवर राजस्थान