लिख के उंगली से धूल पर कोई – संदीप ठाकुर
लिख के उंगली से धूल पर कोई
ख़ुद हंसा अपनी भूल पर कोई
याद करके किसी के चेहरे को
रख गया होंठ फूल पर कोई
संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
लिख के उंगली से धूल पर कोई
ख़ुद हंसा अपनी भूल पर कोई
याद करके किसी के चेहरे को
रख गया होंठ फूल पर कोई
संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur