लिखूं क्या मैं कलम से…1
लिखूँ क्या मैं, कलम से लिखूँ या तेरे दम से लिखूँ!!
सूरज का रोशन जहां लिखूं!
या चांद से सुंदर तेरा रूप लिखूँ!!
तारों से सजा आसमान लिखूं!
या तेरी बिंदिया कि सान लिखूं!!
फूलों से खिला गुलशन लिखूँ!
या कली से सुकोमल तेरे होंठ लिखूँ!!
पूनम से सजी वों रात लिखूं!
या आंखों के तेरे रोशनदान लिखूं!!
सांझ की वो शीतलता लिखूं!
या तेरे बालों की शीतल छांव लिखूं!!
सावन का नाचता मोर लिखूँ!
या तेरी धीमी सी मुस्कान लिखूँ!!
मलमल की नरमता लिखूँ!
या किया तूने वो स्पर्श लिखूँ!!
लिखूं क्या मैं, कलम से लिखूं ,या तेरे दम से लिखूँ!!-1
रंजीत घोसी