लिखना बहुत जरूरी है
गीत
लिखना बहुत जरूरी है
जब छाया घना अंधेरा हो,
आशाओं ने भी घेरा हो ।–2
और लाना नया सवेरा हो ,
फिर भी कोई मजबूरी है ।।
तो लिखना बहुत जरूरी है ।
जब प्यार की बरसात हो ,
या कोई विरह की रात हो ।–2
बस में नहीं जज्बात हो ,
और शाम भी सिंदूरी है ।।
तो लिखना बहुत जरूरी है।
जब विरह वेदना सह न सकें,
वो समझें न ,हम कह न सकें।-2
थम जाएं अश्क भी बह न सके ,
फिर भी उनसे जब दूरी है ।।
तो लिखना बहुत जरूरी है।
अन्याय से होने कलेस लगे,
जब स्वाभिमान को ठेस लगे।-2
फिर नया कोई उद्देश्य जगे ,
इच्छा शक्ति भी पूरी है ।।
तो लिखना बहुत जरूरी है ।
जब टूट चुका हो अंतर्मन ,
ईश्वर ही आए नजर हर क्षण ।-2
प्रभु भक्ति में रंग जाए मन ,
और प्रेम में रासबिहारी हैं ।।
तो लिखना बहुत जरूरी है।
सुख या दुख आए जीवन में,
ख्वाहिश जब दब जाए मन में।-2
कुछ पड़े सूझ पड़े न उलझन में ,
और इच्छाएं भी अधूरी हैं।।
तो लिखना बहुत जरूरी है।
✍?श्रीमती ज्योति श्रीवास्तव साईंखेड़ा