लाश
नहीं
छोड़ती किस्मत
पीछा मरने
के बाद भी
किसी को
नसीब होते है
कंधे चार
कोई
जलता है
लावारिश लाश
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल
नहीं
छोड़ती किस्मत
पीछा मरने
के बाद भी
किसी को
नसीब होते है
कंधे चार
कोई
जलता है
लावारिश लाश
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल