लावणी छन्द-
लावणी छन्द–
मानव के उद्धार हेतु जब,श्री हरि ने अवतार लिया।
जीवन सफल हुआ भक्तों का,दानव का संहार किया।
त्रेता में राघव बन आए,द्वापर में घन श्याम बने।
आतातायी क्रूर बनें जो,धरती पर आ उन्हें हने।।
**माया शर्मा,पंचदेवरी,गोपालगंज(बिहार)**