लाल बहादुर शास्त्री
लाल बहादुर थे विद्वान
हम सब को इन पर अभिमान
सादा जीवन उच्च विचार
इनके जीवन का था सार
जय जवान और जय किसान
दिया इन्होंने सुंदर गान
सज्जनता की मूरत बन कर
निष्ठावान रहे जीवन भर
भोग विलास से रक्खी दूरी
यूँ ही उम्र गुजारी पूरी
दुबली पतली सी थी काया
पर दुश्मन उनसे थर्राया
प्रधानमंत्री की पा पदवी
चाल नहीं थी उनकी बदली
पेशे से तो थे वो किसान
नेता लेकिन बड़े महान
02-10-2018
डॉ अर्चना गुप्ता