लाल डब्बों से जुड़े जज्बात
आजकल रिश्ते दिल से नही निभाए जाते,शायद इसी लिए उस लाल डिब्बे में पत्र नहीं आते
मीलों घूम आते थे जज्बात दिलों में दूरी ना थी,अपनेपन से निभाए जाते थे रिश्ते कोई मजबूरी ना थी
पन्ना मात्र नही था वो
प्रेम,विश्वास और माफी थी
चेहरे की मुस्कान के लिए बस एक चिट्ठी काफी थी।
जीवन के उस दौर को चलिए वापस लाए
लिखे कुछ ऐसा जिससे अपनेपन की खुशबू आए
Akash RC Sharma✍️❤️