लव जिहाद_स्वीकार तुम्हारा ना परिणय होगा…
स्वीकार तुम्हारा ना परिणय होगा…
ना प्रणय निवेदन ,
ना हृदय स्पंदन,
केवल विरह का आलिंगन होगा..
छदम्य वेश ,छल से छलित
ना क्षम्य कोई मुक्तांगन होगा ..
स्वीकार तुम्हारा ना परिणय होगा…
मिथ्या तेरा प्रेमालाप , सत्य ना संताप
चित्रित मिश्रित छवियों अब कोई ना चित्रांकन होगा…
व्यर्थ तेरा प्रेमालाप ,
काल्पनिक तेरा प्रलाप ,
कलपता रह अब कोई ना प्रेमांकन होगा…
स्वीकार तुम्हारा ना परिणय होगा…
पं अंजू पांडेय अश्रु रायपुर