लर्जिश बड़ी है जुबान -ए -मोहब्बत में अब तो लर्जिश बड़ी है जुबान -ए -मोहब्बत में अब तो आदमी – आदमी से अब बोलता कम है -सिद्धार्थ गोरखपुरी