लबों कि दीवार में रहना
समझा रहे थे लोग मुझको,
कि लबों कि दीवार में रहना,
लगेगी आग जमाने में झूठ की,
पर तुम सच की कश्ती में सवार रहना।
कुमार दीपक “मणि”
समझा रहे थे लोग मुझको,
कि लबों कि दीवार में रहना,
लगेगी आग जमाने में झूठ की,
पर तुम सच की कश्ती में सवार रहना।
कुमार दीपक “मणि”