लफ्ज़ भूल जाते हैं…..
लफ्ज़ भूल जाते हैं…..
ख़ुद की कही बात भूल जाते हैं..
किस क़दर झूठा हँसते हैं..
गम मे पगे हालात भूल जाते हैं
इतना कुछ समेट रखा है
दिल ने अपने भीतर …,
हम… कभी कभी
अपने ही जज़्बात भूल जाते हैं!!
हिमांशु Kulshrestha
लफ्ज़ भूल जाते हैं…..
ख़ुद की कही बात भूल जाते हैं..
किस क़दर झूठा हँसते हैं..
गम मे पगे हालात भूल जाते हैं
इतना कुछ समेट रखा है
दिल ने अपने भीतर …,
हम… कभी कभी
अपने ही जज़्बात भूल जाते हैं!!
हिमांशु Kulshrestha