“लफ़्ज़ भी आन बान होते हैं।
“लफ़्ज़ भी आन बान होते हैं।
बिलयकीं पासबान होते हैं।।
सारी दुनिया ख़िलाफ़ होती है।
लफ़्ज़ जब बदगुमान होते हैं।।”
■प्रभात प्रणय■
“लफ़्ज़ भी आन बान होते हैं।
बिलयकीं पासबान होते हैं।।
सारी दुनिया ख़िलाफ़ होती है।
लफ़्ज़ जब बदगुमान होते हैं।।”
■प्रभात प्रणय■