Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Dec 2021 · 1 min read

लघु कथा : नाम बदल गया

लघु कथा : नाम बदल गया
**********************
यह 15 अगस्त 1947 की सुबह है । लाहौर के एक छोटे से गांव में लीलावती पागलों की तरह गली में घूम रही थी । सबको रोक- रोक कर बता रही थी कि नाम बदल गया… नाम बदल गया ।
बदहवास लीलावती बताती थी कि अब हम हिंदुस्तान में नहीं रहते हैं । अब इसका नाम पाकिस्तान हो गया है।
बाकी सब लोग तो लीलावती की बात समझते थे और जानते भी थे। मगर गांव में एक महिला प्रेमवती भी थी।प्रेमवती की उम्र यद्यपि 58 साल की थी लेकिन फिर भी उसकी समझ में यह बात नहीं आई।
उसने कहा -“यह कैसे हो सकता है ? हजारों साल से हमारे पुरखे हिंदुस्तान में रहते चले आ रहे हैं और हम भी हिंदुस्तान में ही पैदा हुए। यहीं रह रहे हैं । अब उसका नाम कैसे बदल सकता है ? ”
….. फिर प्रेमवती भी लीलावती की तरह ही गली में पागलों की तरह घूमने लगी और सब से कहती थी..” नाम कैसे बदल सकता है ? यह क्या कोई अपनी मनमर्जी है कि जब चाहे जिसका जो चाहे नाम रख लो ? जब एक पुराना नाम हिंदुस्तान चला आ रहा है तो पाकिस्तान नाम क्यों रख लिया ?”
********************************
लेखक: रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा, रामपुर

Language: Hindi
453 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

Orange 🍊 cat
Orange 🍊 cat
Otteri Selvakumar
बूढ़ा बरगद खिन्न है,कैसे करुँ मैं छाँह
बूढ़ा बरगद खिन्न है,कैसे करुँ मैं छाँह
RAMESH SHARMA
तो गलत कहाँ हूँ मैं ?
तो गलत कहाँ हूँ मैं ?
नेहा आज़ाद
Celebrate yourself
Celebrate yourself
Deep Shikha
खालीपन
खालीपन
MEENU SHARMA
कभी हसरतें थी कि, तेरे शहर में मेरा मकां होगा
कभी हसरतें थी कि, तेरे शहर में मेरा मकां होगा
Manisha Manjari
मेरे प्रभु!
मेरे प्रभु!
Divya Mishra
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
थोड़ा विश्राम चाहता हू,
थोड़ा विश्राम चाहता हू,
Umender kumar
रूह मर गई, मगर ख्वाब है जिंदा
रूह मर गई, मगर ख्वाब है जिंदा
कवि दीपक बवेजा
संदेश
संदेश
seema sharma
अपने आंसुओं से इन रास्ते को सींचा था,
अपने आंसुओं से इन रास्ते को सींचा था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
उदास एक मुझी को तो कर नही जाता
उदास एक मुझी को तो कर नही जाता
पूर्वार्थ
कैसे ज़मीं की बात करें
कैसे ज़मीं की बात करें
अरशद रसूल बदायूंनी
*स्वतंत्रता आंदोलन में रामपुर निवासियों की भूमिका*
*स्वतंत्रता आंदोलन में रामपुर निवासियों की भूमिका*
Ravi Prakash
अकाल मृत्यु
अकाल मृत्यु
Arun Prasad
जिसको चाहा है उम्र भर हमने..
जिसको चाहा है उम्र भर हमने..
Shweta Soni
हम खुद से प्यार करते हैं
हम खुद से प्यार करते हैं
ruby kumari
मौलिक सृजन
मौलिक सृजन
Dr. Chandresh Kumar Chhatlani (डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी)
नीला ग्रह है बहुत ही खास
नीला ग्रह है बहुत ही खास
Buddha Prakash
तरंगिणी की दास्ताँ
तरंगिणी की दास्ताँ
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
रूपमाला
रूपमाला
डॉ.सीमा अग्रवाल
3540.💐 *पूर्णिका* 💐
3540.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
रिश्तो से जितना उलझोगे
रिश्तो से जितना उलझोगे
Harminder Kaur
*तुम और  मै धूप - छाँव  जैसे*
*तुम और मै धूप - छाँव जैसे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"फलसफा"
Dr. Kishan tandon kranti
पागल सा दिल मेरा ये कैसी जिद्द लिए बैठा है
पागल सा दिल मेरा ये कैसी जिद्द लिए बैठा है
Rituraj shivem verma
परेशां सोच से
परेशां सोच से
Dr fauzia Naseem shad
कुछ यक्ष प्रश्न हैं मेरे..!!
कुछ यक्ष प्रश्न हैं मेरे..!!
पंकज परिंदा
जनहरण घनाक्षरी
जनहरण घनाक्षरी
Rambali Mishra
Loading...