*लघुकविता*
#रिवर्स_शॉट-
सिर्फ़ क्रिकेट नहीं, कविता में भी हो सकता है।ठीक वैसे ही जैसे सियासत में यूं-टर्न लिए जाते हैं। बिल्कुल वैसे ही जैसे चलती हुई गाड़ी में रिवर्स (बैक) गियर लगता है। नमूना है एक छोटी सी कविता, जिसकी छह पंक्तियों पर भारी है सातवीं और आख़िरी पंक्ति। जो पलट देती है पूरी बात। अब पढ़िए आप।
[प्रणय प्रभात]