Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 May 2023 · 1 min read

#लघुकथा

#लघुकथा
■ लो, और करो आराम…
【प्रणय प्रभात】
बिना काम के भारी वेतन वाले अच्छे ओहदे पर विराजमान शांति मैडम बड़ीआराम-तलब थीं। खाना-पीना और आराम फ़रमाना पसंद था उनको। कुछ सुनना या समझना कतई नापसंद था।
आपदा और महामारी के संक्रमण वाले दौर में भी उन्होंने अपनी मुँहलगी महरी को काम पर बनाए रखा। एक दिन बर्तन माँजते समय खांसती महरी कहीं से लाए वायरस किचन में ही छोड़ गई।
अब मैडम परिवार के बाक़ी सदस्यों के साथ अस्पताल की मेहमान हैं और आइसोलेट होकर आराम फ़रमा रही हैं। महरी अब भी औरों को खर्चीले आराम के अवसर सौगात में देती घूम रही है।
●संपादक/न्यूज़&व्यूज़●
श्योपुर (मध्यप्रदेश)
😢😢😢😢😢😢😢😢😢😢

1 Like · 268 Views

You may also like these posts

गीत-2 ( स्वामी विवेकानंद)
गीत-2 ( स्वामी विवेकानंद)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बड़ी मजबूरी है दिल की,
बड़ी मजबूरी है दिल की,
Kanchan Alok Malu
कितना भी कह लूं, कहने को कुछ न कुछ रह ही जाता है
कितना भी कह लूं, कहने को कुछ न कुछ रह ही जाता है
Shikha Mishra
..
..
*प्रणय*
रिपोस्ट....
रिपोस्ट....
sheema anmol
तेरे सहारे ही जीवन बिता लुंगा
तेरे सहारे ही जीवन बिता लुंगा
Keshav kishor Kumar
जागो बहन जगा दे देश 🙏
जागो बहन जगा दे देश 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
इस दफ़ा मैं न उफ़्फ़ करूंगा।
इस दफ़ा मैं न उफ़्फ़ करूंगा।
Kirtika Namdev
दिल दिमाग़ के खेल में
दिल दिमाग़ के खेल में
Sonam Puneet Dubey
ग़ज़ल की नक़ल नहीं है तेवरी + रमेशराज
ग़ज़ल की नक़ल नहीं है तेवरी + रमेशराज
कवि रमेशराज
मेरे लहज़े मे जी हजूर ना होता
मेरे लहज़े मे जी हजूर ना होता
Ram Krishan Rastogi
युद्ध
युद्ध
Shashi Mahajan
*जय सियाराम राम राम राम...*
*जय सियाराम राम राम राम...*
Harminder Kaur
!! आराम से राम तक !!
!! आराम से राम तक !!
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
Quote
Quote
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
अब तो ख़िलाफ़े ज़ुल्म ज़ुबाँ खोलिये मियाँ
अब तो ख़िलाफ़े ज़ुल्म ज़ुबाँ खोलिये मियाँ
Sarfaraz Ahmed Aasee
दगा बाज़ आसूं
दगा बाज़ आसूं
Surya Barman
जब से यार सलूक
जब से यार सलूक
RAMESH SHARMA
दरवाज़े
दरवाज़े
Bodhisatva kastooriya
किसी बेवफा में वफा ढूंढ रहे हैं
किसी बेवफा में वफा ढूंढ रहे हैं
Jyoti Roshni
इक आदत सी बन गई है
इक आदत सी बन गई है
डॉ. एकान्त नेगी
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
3735.💐 *पूर्णिका* 💐
3735.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
आजकल लोग बहुत निष्ठुर हो गए हैं,
आजकल लोग बहुत निष्ठुर हो गए हैं,
ओनिका सेतिया 'अनु '
निश्छल प्रेम की डगर
निश्छल प्रेम की डगर
Dr.Archannaa Mishraa
मेरी बेटी बड़ी हो गई,
मेरी बेटी बड़ी हो गई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सुप्रभात प्रिय..👏👏
सुप्रभात प्रिय..👏👏
आर.एस. 'प्रीतम'
समझौता
समझौता
Sangeeta Beniwal
जुदाई के रात
जुदाई के रात
Shekhar Chandra Mitra
बेरोजगारी
बेरोजगारी
पूर्वार्थ
Loading...