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12 Nov 2020 · 1 min read

लक्ष्य कोई असंभव नहीं

कोई स्वप्न यहां दुर्लभ नहीं
लक्ष्य कोई असंभव नहीं

मन में विश्वास जगाओ
सब संदेह बाहर निकालो
यदि सफल होना है तो
असफलता का डर निकालो

अगर छूने का उत्साह हो तो
बहुत ऊंचा यह नभ नहीं

कोई स्वप्न यहां दुर्लभ नहीं
लक्ष्य कोई असंभव नहीं

कर्तव्य पथ पे चलते हुए
कठिनाइयों से घबराना नहीं
लाख बाधाओं से हो सामना
थककर कहीं ठहर जाना नहीं

हार से अच्छी कोई सीख नहीं “अर्श”
जीत से बड़ा कोई उत्सव नहीं

कोई स्वप्न यहां दुर्लभ नहीं
लक्ष्य कोई असंभव नहीं

Language: Hindi
376 Views
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