लंगर उठाना पड़ेगा
भँवर में सफीने को जाना पड़ेगा
कभी तो ये लंगर उठाना पड़ेगा
तन्हा जा रहा हूँ मगर याद रखना
तुम्हें भी मिरे बाद आना पड़ेगा
मुहब्बत है मंजिल मगर रास्ते में
कई नफरतों का ठिकाना पड़ेगा
कभी तो हमारी मुलाकात होगी
कभी तो गले भी लगाना पड़ेगा
बहाना बनाना न छोड़ा अगर तो
मुझे भी बहाना बनाना पड़ेगा
गलत करना पर सोच लेना ये ‘संजय’
नजर आइने से मिलाना पड़ेगा