Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 May 2021 · 1 min read

रोशनी में हमें तिमिर ही मिले

**रोशनी में हमें तिमिर ही मिले**
**************************

रोशनी में हमें तो तिमिर ही मिले,
वो चले जो गए तो न फिर ही मिले।

देख ली हर दिशा तुम कहीं ना मिले,
बस मिले तो मिले ये हिजर ही मिले।

देखता ही रहा राह उसकी यहाँ,
जिंदगी में हमेशा फिक्र ही मिले।

दर बदर ठोकरें प्यार में है मिली,
बात ही बात में बस जिक्र ही मिले।

प्रेम की ये डगर है न राहत भरी,
चाहतों के मुझे ये शिविर ही मिले।

मन से सीरत सदा पूछता ही रहा,
रात को क्यों न कोई मिहिर ही मिले।
****************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
1 Like · 226 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

रंग प्रेम के सबमें बांटो, यारो अबकी होली में।
रंग प्रेम के सबमें बांटो, यारो अबकी होली में।
श्रीकृष्ण शुक्ल
वो ही तो यहाँ बदनाम प्यार को करते हैं
वो ही तो यहाँ बदनाम प्यार को करते हैं
gurudeenverma198
कुछ चुटकियाँ ....
कुछ चुटकियाँ ....
sushil sarna
*नई राह पर नए कदम, लेकर चलने की चाह हो (हिंदी गजल)*
*नई राह पर नए कदम, लेकर चलने की चाह हो (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
भावों की पोटली है: पोटली......एहसासों की
भावों की पोटली है: पोटली......एहसासों की
Sudhir srivastava
Global climatic change and it's impact on Human life
Global climatic change and it's impact on Human life
Shyam Sundar Subramanian
समय
समय
नूरफातिमा खातून नूरी
विषय-दो अक्टूबर है दिन महान।
विषय-दो अक्टूबर है दिन महान।
Priya princess panwar
कितना और बदलूं खुद को
कितना और बदलूं खुद को
इंजी. संजय श्रीवास्तव
फिर  किसे  के  हिज्र  में खुदकुशी कर ले ।
फिर किसे के हिज्र में खुदकुशी कर ले ।
himanshu mittra
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
उदासियाँ  भरे स्याह, साये से घिर रही हूँ मैं
उदासियाँ भरे स्याह, साये से घिर रही हूँ मैं
_सुलेखा.
हिन्दी ग़ज़लः सवाल सार्थकता का? +रमेशराज
हिन्दी ग़ज़लः सवाल सार्थकता का? +रमेशराज
कवि रमेशराज
ज़िंदगी का यकीन कैसे करें,
ज़िंदगी का यकीन कैसे करें,
Dr fauzia Naseem shad
एकांत
एकांत
Akshay patel
भीड़ में वो खो गए
भीड़ में वो खो गए
प्रदीप कुमार गुप्ता
दो भावनाओं में साथ
दो भावनाओं में साथ
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
माँ-बाप की नज़र में, ज्ञान ही है सार,
माँ-बाप की नज़र में, ज्ञान ही है सार,
पूर्वार्थ
★भारतीय किसान★
★भारतीय किसान★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
जीवन साथी
जीवन साथी
Aman Sinha
" विडम्बना "
Dr. Kishan tandon kranti
प्रीति
प्रीति
Rambali Mishra
फागुन की अंगड़ाई
फागुन की अंगड़ाई
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
#आज_का_मुक्तक
#आज_का_मुक्तक
*प्रणय*
आनन ग्रंथ (फेसबुक)
आनन ग्रंथ (फेसबुक)
Indu Singh
चांद पर पहुंचे बधाई, ये बताओ तो।
चांद पर पहुंचे बधाई, ये बताओ तो।
सत्य कुमार प्रेमी
खूब ठहाके लगा के बन्दे
खूब ठहाके लगा के बन्दे
Akash Yadav
अरज लेकर आई हूं दर पर बताने ।
अरज लेकर आई हूं दर पर बताने ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
पगड़ी सम्मान
पगड़ी सम्मान
Sonu sugandh
निस्वार्थ प्रेम
निस्वार्थ प्रेम
Shutisha Rajput
Loading...