रोशनी की शिकस्त में आकर अंधेरा खुद को खो देता है
रोशनी की शिकस्त में आकर अंधेरा खुद को खो देता है
ये दिमाग़ जब भी दिल की सुनता है तो रो देता है….. !
खामखा में नहीं पालिए मोहब्बत के वहम दिल में……
किसी को पाने की चाहत में बंदा खुद को खो देता है!!
✍️Kavi deepak saral