रोम रोम में ओम भर जाये हमारे —आर के रस्तोगी
रोम रोम में ओम भर जाये हमारे |
प्रभु, ऐसी शक्ति हमको दीजिये ||
छल कपट से कोसो दूर रहे हम प्रभु |
बस अपनी भक्ति में लगा लीजिये ||
भला हम सबका करे,बुरा किसी का न करे,|
ऐसी सन्मति हमरे मस्तिष्क में भर दीजिये ||
करे भलाई हम सबकी,बुराई किसी की न करे |
बस यही हमारे आचरण में अब भर दीजिये ||
पर्यावरण को शुद्ध करे,गंदगी हम कही न करे |
पेड़ पौधे हम लगाये,बस ऐसा साहस दीजिये ||
शिक्षित हो हमारा समाज,अनपढ़ कोई न रहे |
हर जगह अब शिक्षा के द्वार खोल दीजिये ||
मात पिता की सेवा करे,कष्ट न दे हम उन्हें कभी,|
ऐसी हो हमारी सन्मति बस ऐसी बुद्धि दीजिये ||
आर के रस्तोगी
गुरुग्राम (हरियाणा)