रोमांटिक गीत
——–गीतिका——
दिलरुबा दिलरुबा ऐ मेरी दिलरुबा
हर शै में तुम्हारा ही मैं दीदार करूँगा
जब तक के जियूँगा मैं तुझे प्यार करूगा
दिलरुबा दिलरुबा ०. . . .
2-
आँखों का सनम मुझको जो काजल तू बना ले
दुनिया को नज़र आऊँ न यूँ दिल में छुपा ले
दिलरुबा . .
3-
वादी में मुहब्बत की तुझे लेके मैं जाऊँ
बाँहों के हिंडोले में सनम झूला झुलाऊँ
दिलरुबा दिलरुबा०—–
4-
अब दूरियाँ दिलदार मेरे ऐसे मिटा दे
हो जाऊँ मैं मदहोश तू आँखों से पिला दे
दिलरुबा दिलरुबा ०—-
5-
तुमने जो मुझे समझा सनम प्यार के क़ाबिल
प्रीतम ये है उम्मीद के मिल जाएगी मंज़िल
दिलरुबा दिलरुबा ओ मेरे दिलरुबा
प्रीतम राठौर भिनगाई
श्रावस्ती (उ०प्र०)