Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Nov 2023 · 1 min read

*रोते-रोते जा रहे, दुनिया से सब लोग (कुंडलिया)*

रोते-रोते जा रहे, दुनिया से सब लोग (कुंडलिया)
_________________________
रोते-रोते जा रहे, दुनिया से सब लोग
मृत्यु-लोक के सत्य दो, वृद्धावस्था-रोग
वृद्धावस्था-रोग, मरण सबके घर आता
होती चकनाचूर, देह मरघट फिर खाता
कहते रवि कविराय, धैर्य जन धीर न खोते
सहते हैं सब दंश, काल के रोते-रोते
————————————–
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997 615 451

1 Like · 270 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

राष्ट्रीय खेल दिवस हर साल किस दिन मनाया जाता है?
राष्ट्रीय खेल दिवस हर साल किस दिन मनाया जाता है?
Aneesh
*कलमें इतिहास बनाती है*
*कलमें इतिहास बनाती है*
Shashank Mishra
पद्मावती पिक्चर के बहाने
पद्मावती पिक्चर के बहाने
Manju Singh
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
कि  इतनी भीड़ है कि मैं बहुत अकेली हूं ,
कि इतनी भीड़ है कि मैं बहुत अकेली हूं ,
Mamta Rawat
मृगतृष्णा
मृगतृष्णा
श्रीहर्ष आचार्य
*बेटियॉं जब से कमाने लग गईं (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*बेटियॉं जब से कमाने लग गईं (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
तोड़ा है तुमने मुझे
तोड़ा है तुमने मुझे
Madhuyanka Raj
हिंदी दिवस विशेष
हिंदी दिवस विशेष
Shubham Anand Manmeet
भारतवर्ष महान
भारतवर्ष महान
surenderpal vaidya
इशारा
इशारा
प्रकाश कुमार "बाग़ी"
एक पल में जब हटेगी छाया
एक पल में जब हटेगी छाया
Buddha Prakash
- कुछ ऐसा कर कमाल के तेरा हो जाऊ -
- कुछ ऐसा कर कमाल के तेरा हो जाऊ -
bharat gehlot
वसीयत
वसीयत
MEENU SHARMA
सोशल मीडिया और रिश्ते
सोशल मीडिया और रिश्ते
पूर्वार्थ
जखने कथा, कविता ,संस्मरण इत्यादि अपन मुख्य धारा सँ हटि पुर्व
जखने कथा, कविता ,संस्मरण इत्यादि अपन मुख्य धारा सँ हटि पुर्व
DrLakshman Jha Parimal
sp132 कली खिलेगी/ लाए हैं भाषण
sp132 कली खिलेगी/ लाए हैं भाषण
Manoj Shrivastava
माँ
माँ
Shashi Mahajan
#ग़ज़ल :--
#ग़ज़ल :--
*प्रणय*
"बेस्ट पुलिसिंग"
Dr. Kishan tandon kranti
उलझन !!
उलझन !!
Niharika Verma
मेरा कल! कैसा है रे तू
मेरा कल! कैसा है रे तू
Arun Prasad
ज़िंदगी
ज़िंदगी
AVINASH (Avi...) MEHRA
नेता हुए श्रीराम
नेता हुए श्रीराम
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मन को मैं समझा रहा हूँ |
मन को मैं समझा रहा हूँ |
manorath maharaj
तेरा मेरा रिस्ता बस इतना है की तुम l
तेरा मेरा रिस्ता बस इतना है की तुम l
Ranjeet kumar patre
तीर्थों का राजा प्रयाग
तीर्थों का राजा प्रयाग
Anamika Tiwari 'annpurna '
यह   जीवन   तो   शून्य  का,
यह जीवन तो शून्य का,
sushil sarna
मैं तो महज इतिहास हूँ
मैं तो महज इतिहास हूँ
VINOD CHAUHAN
जिंदगी सभी के लिए एक खुली रंगीन किताब है
जिंदगी सभी के लिए एक खुली रंगीन किताब है
Rituraj shivem verma
Loading...