रोता है दिल, तड़पती है धड़कन
रोता है दिल, तड़पती है धड़कन
एक तेरे लिए ,धन्यवाद बरसों से रही है प्रेम में ये अड़चन। होकर भी,ना तू था मेरा ।
-डॉ. सीमा कुमारी,29-12-024की स्वरचित रचना।
रोता है दिल, तड़पती है धड़कन
एक तेरे लिए ,धन्यवाद बरसों से रही है प्रेम में ये अड़चन। होकर भी,ना तू था मेरा ।
-डॉ. सीमा कुमारी,29-12-024की स्वरचित रचना।