Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Oct 2024 · 1 min read

रोता हुआ जंगल

रोता हुआ जंगल

आज जंगल अकेला हो गया है।आसपास कोई नहीं दिखायी दे रहा है।चारोंतरफ सन्नाटा और उदासी।कोई बात करनेवाला नहीं।कभी वृक्षों से प्रेम करनेवाला,हँस कर मिलने और बात करने वाला जंगल आज वृक्षविहीन हो कर निराश और हताश सा लग रहा है।पेड़ों की हरियाली से आच्छादित प्रसन्नमन जंगल आज वीरान हो कर विलाप कर रहा है। परिंदों के कलरव से गुंजायमान जंगल आज करुणक्रन्दन कर रहा है।जंगल के समस्त जीव जंतु आज साथ छोड़ कर पलायन कर चुके है।जंगल के सीने को चीर कर बड़े-बड़े महल और उद्योग वहाँ पर अपना आधिपत्य स्थापित कर चुके है।जंगल कराहता हुआ रुदन कर रहा है।रोते हुए जंगल की दयनीय स्थिति को देख कर भला कौन संवेदनशील मानव व्यथित नहीं होगा?जंगल की अस्मिता समाप्तप्राय है।अपने ही मरे हुए शरीर को देख कर स्वयं जंगल रोता हुआ साक्षात दिखायी दे रहा है।
कवि रत्न डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 32 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

भुक्त - भोगी
भुक्त - भोगी
Ramswaroop Dinkar
लोगों के रिश्तों में अक्सर
लोगों के रिश्तों में अक्सर "मतलब" का वजन बहुत ज्यादा होता है
Jogendar singh
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर
Bindesh kumar jha
मन से भी तेज ( 3 of 25)
मन से भी तेज ( 3 of 25)
Kshma Urmila
A Guide to Securing Assignment Assistance in Melbourne
A Guide to Securing Assignment Assistance in Melbourne
Stella Dario
गीत- अनोखी ख़ूबसूरत है...पानी की कहानी
गीत- अनोखी ख़ूबसूरत है...पानी की कहानी
आर.एस. 'प्रीतम'
सुप्रभात
सुप्रभात
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
मुस्किले, तकलीफे, परेशानियां कुछ और थी
मुस्किले, तकलीफे, परेशानियां कुछ और थी
Kumar lalit
कलम ही नहीं हूं मैं
कलम ही नहीं हूं मैं
अनिल कुमार निश्छल
3963.💐 *पूर्णिका* 💐
3963.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
भक्त जन कभी अपना जीवन
भक्त जन कभी अपना जीवन
महेश चन्द्र त्रिपाठी
काव्य में विचार और ऊर्जा
काव्य में विचार और ऊर्जा
कवि रमेशराज
मौहब्बत में किसी के गुलाब का इंतजार मत करना।
मौहब्बत में किसी के गुलाब का इंतजार मत करना।
Phool gufran
सावित्रीबाई फुले और पंडिता रमाबाई
सावित्रीबाई फुले और पंडिता रमाबाई
Shekhar Chandra Mitra
***किस दिल की दीवार पे…***
***किस दिल की दीवार पे…***
sushil sarna
एक ख्याल हो तुम
एक ख्याल हो तुम
Chitra Bisht
DR अरूण कुमार शास्त्री
DR अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*मेरी रचना*
*मेरी रचना*
Santosh kumar Miri
शॉल (Shawl)
शॉल (Shawl)
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
पढ़े लिखे बच्चे
पढ़े लिखे बच्चे
Girija Arora
इन्सानी रिश्ते
इन्सानी रिश्ते
Seema Verma
"देह एक शीशी सदृश और आत्मा इत्र।
*प्रणय*
शुभ दिन सब मंगल रहे प्रभु का हो वरदान।
शुभ दिन सब मंगल रहे प्रभु का हो वरदान।
सत्य कुमार प्रेमी
स्वर्गीय रईस रामपुरी और उनका काव्य-संग्रह एहसास
स्वर्गीय रईस रामपुरी और उनका काव्य-संग्रह एहसास
Ravi Prakash
" भींगता बस मैं रहा "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
"नन्नता सुंदरता हो गई है ll
पूर्वार्थ
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
स्नेह का नाता
स्नेह का नाता
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
जनता को तोडती नही है
जनता को तोडती नही है
Dr. Mulla Adam Ali
यूँ तो कोई ग़म नहीं
यूँ तो कोई ग़म नहीं
हिमांशु Kulshrestha
Loading...