Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Sep 2020 · 1 min read

रोटी और रोजगार

कालाधन वापस लाएंगे ।
अच्छे दिन वापस आएंगे।
कहकर आई ये सरकार।
सबकों रोटी और रोजगार दो
जनता मर रही भूखे प्यासे,
गरीब किसान सब है मुँह ताके
बैठे हैं सब आस लगाए – 2
सबको रोटी और रोजगार दो।
हमको शिक्षा और रोजगार दो।
लोकतंत्र से मुंह मत मोड़ो
मर्यादाओं को मत तोड़ो
जनता आस लगाए बैठी,
उसको तुम सम्मान दो
सबकों रोटी और रोजगार दो।
अपनी विरासत को सम्भालो
भले ही अपनी पगार बढ़ा लो।
जुमलों से पेट नहीं है भरता
सबमें है पूरी आहर्ता
सबकों रोटी और रोजगार दो
घर बैठे हैं बेरोजगार
ठप्प पड़ा है सारा व्यापार
पैरों में पड़ गए हैं छाले
खाने को हैं नहीं निवाले
किससे हम सब करें फरियाद
सबको रोटी और रोजगार दो।
◆◆◆
©®रवि शंकर साह, बैद्यनाथ धाम, देवघर ,झारखंड

Language: Hindi
243 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं इश्क़ की बातें ना भी करूं फ़िर भी वो इश्क़ ही समझती है
मैं इश्क़ की बातें ना भी करूं फ़िर भी वो इश्क़ ही समझती है
Nilesh Premyogi
मेरी गोद में सो जाओ
मेरी गोद में सो जाओ
Buddha Prakash
कृषक
कृषक
साहिल
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बुज़ुर्गो को न होने दे अकेला
बुज़ुर्गो को न होने दे अकेला
Dr fauzia Naseem shad
रमेशराज के मौसमविशेष के बालगीत
रमेशराज के मौसमविशेष के बालगीत
कवि रमेशराज
वृक्षों के उपकार....
वृक्षों के उपकार....
डॉ.सीमा अग्रवाल
कौन सुनेगा बात हमारी
कौन सुनेगा बात हमारी
Surinder blackpen
एक ख्वाब सजाया था मैंने तुमको सोचकर
एक ख्वाब सजाया था मैंने तुमको सोचकर
डॉ. दीपक मेवाती
" बेदर्द ज़माना "
Chunnu Lal Gupta
आज तक इस धरती पर ऐसा कोई आदमी नहीं हुआ , जिसकी उसके समकालीन
आज तक इस धरती पर ऐसा कोई आदमी नहीं हुआ , जिसकी उसके समकालीन
Raju Gajbhiye
मोहब्बत आज भी अधूरी है….!!!!
मोहब्बत आज भी अधूरी है….!!!!
Jyoti Khari
2394.पूर्णिका
2394.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
"याद आती है"
Dr. Kishan tandon kranti
आदि विद्रोही-स्पार्टकस
आदि विद्रोही-स्पार्टकस
Shekhar Chandra Mitra
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
मजबूरन पैसे के खातिर तन यौवन बिकते देखा।
सत्य कुमार प्रेमी
ये उम्र के निशाँ नहीं दर्द की लकीरें हैं
ये उम्र के निशाँ नहीं दर्द की लकीरें हैं
Atul "Krishn"
रूप अलौकिक हे!जगपालक, व्यापक हो तुम नन्द कुमार।
रूप अलौकिक हे!जगपालक, व्यापक हो तुम नन्द कुमार।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
पुस्तक समीक्षा -राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
पुस्तक समीक्षा -राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मेरे गली मुहल्ले में आने लगे हो #गजल
मेरे गली मुहल्ले में आने लगे हो #गजल
Ravi singh bharati
मतदान दिवस
मतदान दिवस
विजय कुमार अग्रवाल
पूजा
पूजा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
रब करे हमारा प्यार इतना सच्चा हो,
रब करे हमारा प्यार इतना सच्चा हो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सूरज चाचा ! क्यों हो रहे हो इतना गर्म ।
सूरज चाचा ! क्यों हो रहे हो इतना गर्म ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
स्मृति : पंडित प्रकाश चंद्र जी
स्मृति : पंडित प्रकाश चंद्र जी
Ravi Prakash
जिंदगी मौत से बत्तर भी गुज़री मैंने ।
जिंदगी मौत से बत्तर भी गुज़री मैंने ।
Phool gufran
संसार का स्वरूप
संसार का स्वरूप
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
पं. टोटकेश्वर (टोने वाले) को इत्ती सी अक़्क़ल तो होनी चाहिए कि
पं. टोटकेश्वर (टोने वाले) को इत्ती सी अक़्क़ल तो होनी चाहिए कि
*प्रणय प्रभात*
जिंदगी में आपका वक्त आपका ये  भ्रम दूर करेगा  उसे आपको तकलीफ
जिंदगी में आपका वक्त आपका ये भ्रम दूर करेगा उसे आपको तकलीफ
पूर्वार्थ
Loading...