Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jul 2016 · 1 min read

रोजाना फिर ईद है (दोहे)

रोजाना फिर ईद है, हर महिना रमजान !
हमने अंदर का अगर,मार दिया शैतान !!
जाते-जाते भी यही, सिखा गया रमजान !
होती है हर धर्म की, …कर्मों से पहचान !!
आंसू जिसने दीन का,..लिया हमेशा चूम !
रहमत से रमजान की,हुआ न वो महरूम !!
भूखे के मुंह में कभी , दिया नहीं इक ग्रास !
फिर तो तेरा व्यर्थ है, किया हुआ उपवास !!
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 311 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पेड़
पेड़
Kanchan Khanna
सुबह भी तुम, शाम भी तुम
सुबह भी तुम, शाम भी तुम
Writer_ermkumar
अतीत कि आवाज
अतीत कि आवाज
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बहती नदी का करिश्मा देखो,
बहती नदी का करिश्मा देखो,
Buddha Prakash
हमारी काबिलियत को वो तय करते हैं,
हमारी काबिलियत को वो तय करते हैं,
Dr. Man Mohan Krishna
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
Moral of all story.
Moral of all story.
Sampada
गर्म साँसें,जल रहा मन / (गर्मी का नवगीत)
गर्म साँसें,जल रहा मन / (गर्मी का नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
दोस्ती
दोस्ती
Rajni kapoor
कोरा कागज और मेरे अहसास.....
कोरा कागज और मेरे अहसास.....
Santosh Soni
*फितरत*
*फितरत*
Dushyant Kumar
हरि हृदय को हरा करें,
हरि हृदय को हरा करें,
sushil sarna
दुनिया इश्क की दरिया में बह गई
दुनिया इश्क की दरिया में बह गई
प्रेमदास वसु सुरेखा
उनको शौक़ बहुत है,अक्सर हीं ले आते हैं
उनको शौक़ बहुत है,अक्सर हीं ले आते हैं
Shweta Soni
* सहारा चाहिए *
* सहारा चाहिए *
surenderpal vaidya
दोस्तों की कमी
दोस्तों की कमी
Dr fauzia Naseem shad
आए तो थे प्रकृति की गोद में ,
आए तो थे प्रकृति की गोद में ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
यदि हर कोई आपसे खुश है,
यदि हर कोई आपसे खुश है,
नेताम आर सी
आईना
आईना
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
बारिश के गुण गाओ जी (बाल कविता)
बारिश के गुण गाओ जी (बाल कविता)
Ravi Prakash
" मानस मायूस "
Dr Meenu Poonia
#कटाक्ष
#कटाक्ष
*Author प्रणय प्रभात*
...........
...........
शेखर सिंह
सुरभित - मुखरित पर्यावरण
सुरभित - मुखरित पर्यावरण
संजय कुमार संजू
3325.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3325.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
हक औरों का मारकर, बने हुए जो सेठ।
हक औरों का मारकर, बने हुए जो सेठ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
स्वस्थ तन
स्वस्थ तन
Sandeep Pande
*यूं सताना आज़माना छोड़ दे*
*यूं सताना आज़माना छोड़ दे*
sudhir kumar
चलो जिंदगी का कारवां ले चलें
चलो जिंदगी का कारवां ले चलें
VINOD CHAUHAN
तुम्हारी सादगी ही कत्ल करती है मेरा,
तुम्हारी सादगी ही कत्ल करती है मेरा,
Vishal babu (vishu)
Loading...