रोकें बाल मजूरी
बच्चे सीधे सच्चे होते
पल में हंसते पल में रोते
फूलों सा हरदम मुस्काते
तारों सा घर को चमकाते
इनकी शिक्षा बहुत जरूरी
आओ रोकें बाल मजूरी ||
खेलकूद बच्चों का हक है
अच्छा भोजन आवश्यक है
सही समय टीके लगवाए
इनका तन मन स्वस्थ बनाए
मत थोपे अपनी मजबूरी
आओ रोकें बाल मजूरी ||
डॉ रीतेश कुमार ‘सत्य’
बरुआसागर झांसी उत्तर प्रदेश