“रेल का सफ़र
“रेल का सफ़र
खिड़की वाली सीट ,
हाथ में किताब ,
और सफ़र की प्रीत l
किताब और साथ मिले चाय का ,
एक प्याली सुकून का ,
बस इसी मंडली में ,
सफ़र सुखद होता राही का l”
नीरज़ कुमार सोनी
“जय श्री महाकाल”
“रेल का सफ़र
खिड़की वाली सीट ,
हाथ में किताब ,
और सफ़र की प्रीत l
किताब और साथ मिले चाय का ,
एक प्याली सुकून का ,
बस इसी मंडली में ,
सफ़र सुखद होता राही का l”
नीरज़ कुमार सोनी
“जय श्री महाकाल”