Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Nov 2018 · 1 min read

रूह की चीखें जिस्म के कमरे में..

दिल पर तेरी याद का पहरा रहता है
लब पर तेरा नाम क्यों ठहरा रहता है

यार मुहोब्बत ने मुझको आबाद किया
फिर भी मुझमें खाली सहरा रहता है

दीद हुआ उनका तो जाना जिंदा हूं
वरना मुझमें मौत का डेरा रहता है

रूह की चीखें दफ़्न है जिस्म के कमरे में
क्यों मेरी आवाज पर पहरा रहता है

दूर दिखाई रोज उजाला देता है
पास में लेकिन रोज अंधेरा रहता है

आँख में आंसू हो या तन्हाई दिल में
लब पर तेरी याद का पहरा रहता है

मुझको कब तक रोकेंगे हालात मेरे
उम्मीदों का साथ सवेरा रहता है

3 Likes · 1 Comment · 392 Views

You may also like these posts

दिली नज़्म कि कभी ताकत थी बहारें,
दिली नज़्म कि कभी ताकत थी बहारें,
manjula chauhan
#गणतंत्र_का_अमृत_वर्ष
#गणतंत्र_का_अमृत_वर्ष
*प्रणय*
*मित्र हमारा है व्यापारी (बाल कविता)*
*मित्र हमारा है व्यापारी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
"सबको जोड़ती हमारी संस्कृति एक"
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
कान में रखना
कान में रखना
Kanchan verma
कोई समझा नहीं
कोई समझा नहीं
Namita Gupta
हर कोई समझ ले,
हर कोई समझ ले,
Yogendra Chaturwedi
तुम मेरे दिल की धड़कन हो।
तुम मेरे दिल की धड़कन हो।
श्रीकृष्ण शुक्ल
कोरोना ना, ना, ना ( RJ Anand Prajapati की आवाज मे )
कोरोना ना, ना, ना ( RJ Anand Prajapati की आवाज मे )
Rj Anand Prajapati
I haven’t always been a good person.
I haven’t always been a good person.
पूर्वार्थ
रफ़ता रफ़ता न मुझको सता ज़िन्दगी.!
रफ़ता रफ़ता न मुझको सता ज़िन्दगी.!
पंकज परिंदा
The Moon and Me!!
The Moon and Me!!
Rachana
मां कात्यायिनी स्तुति
मां कात्यायिनी स्तुति
मधुसूदन गौतम
कभी कभी सच्चाई भी भ्रम सी लगती हैं
कभी कभी सच्चाई भी भ्रम सी लगती हैं
ruby kumari
कविता – खुजली और इलाज
कविता – खुजली और इलाज
Dr MusafiR BaithA
" रास्ता उजालों का "
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
"अजब-गजब"
Dr. Kishan tandon kranti
वो कहते हैं कहाँ रहोगे
वो कहते हैं कहाँ रहोगे
VINOD CHAUHAN
छटपटाहट
छटपटाहट
Saraswati Bajpai
रमेशराज की कहमुकरी संरचना में 10 ग़ज़लें
रमेशराज की कहमुकरी संरचना में 10 ग़ज़लें
कवि रमेशराज
*सार्थक दीपावली*
*सार्थक दीपावली*
ABHA PANDEY
आओ गुफ्तगू करे
आओ गुफ्तगू करे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
आत्मबल
आत्मबल
Shashi Mahajan
मेरे पास कुछ भी नहीं
मेरे पास कुछ भी नहीं
Jyoti Roshni
जब हम छोटे से बच्चे थे।
जब हम छोटे से बच्चे थे।
लक्ष्मी सिंह
*तू बन जाए गर हमसफऱ*
*तू बन जाए गर हमसफऱ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
वह ख्वाब सा मेरी पलकों पे बैठा रहा
वह ख्वाब सा मेरी पलकों पे बैठा रहा
Kajal Singh
"इस रोड के जैसे ही _
Rajesh vyas
आज तक इस धरती पर ऐसा कोई आदमी नहीं हुआ , जिसकी उसके समकालीन
आज तक इस धरती पर ऐसा कोई आदमी नहीं हुआ , जिसकी उसके समकालीन
Raju Gajbhiye
मेरा तुम्हारा ये सफर
मेरा तुम्हारा ये सफर
Surinder blackpen
Loading...