Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

रूह का रिश्ता

-रूह का रिश्ता
अति प्यार करती मुझको,तुम हो मेरी प्यारी मॉं ,
कष्ट सहकर मुझ को,सकुशल संसार में लाती मॉं,
करुणा दया का लहराता सागर कहलाती मेरी मां ,
सीनेसे चिपटा बचपन के सपनों को रोज सजाती थी मॉं ,
सुलाकर गोद में मधुर वाणी से लोरी सुनाती मेरी मां,
आंचल की कोर थमाकर दुनिया की सैर कराती मॉं ,
ममता से भरकर हरपल स्नेह खूब लुटाती मेरी मॉं,
सहकर सब गम मेरे खातिर मुस्करा जाती मेरी मां,
दुख ना हो मुझ को जरा सा भी ऐसा जतन करती मां,
आंखों से तनिक ओझल हो जाता तो छटपटा जाती मेरी मां,
फिक्र मेरी रहती,चूम कर माथा मेरा उर से लिपटा लेती मां,
तेरी स्मृतियां मां मुझे महान बनाती हां!!
तेरा साहस ,तेरा धैर्य,तेरा अहसास मुझे सोपान चढ़ाते मां,
एक तू ही तो भगवान मेरी हो,हरपल आशीष लुटाती मॉं ,
मां बच्चे का रूह का रिश्ता अटूट बंधन में बंध जाती मां।
-सीमा गुप्ता अलवर राजस्थान

Language: Hindi
1 Like · 101 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Future Royal
Future Royal
Tharthing zimik
*वरद हस्त सिर पर धरो*..सरस्वती वंदना
*वरद हस्त सिर पर धरो*..सरस्वती वंदना
Poonam Matia
*हिंदी*
*हिंदी*
Dr. Priya Gupta
महादान
महादान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अजनबी
अजनबी
लक्ष्मी सिंह
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
नयी नवेली
नयी नवेली
Ritu Asooja
जब छा जाए गर तूफ़ान
जब छा जाए गर तूफ़ान
Meera Thakur
फ़िलहाल देश को सबसे बड़ी ज़रुरत समर्थ और सशक्त विपक्ष की।
फ़िलहाल देश को सबसे बड़ी ज़रुरत समर्थ और सशक्त विपक्ष की।
*प्रणय*
नारीत्व
नारीत्व
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
पीकर चलना  नारियल , करना तू प्रयास ।
पीकर चलना नारियल , करना तू प्रयास ।
Neelofar Khan
पुरखों के गांव
पुरखों के गांव
Mohan Pandey
" फोबिया "
Dr. Kishan tandon kranti
*देखा यदि जाए तो सच ही, हर समय अंत में जीता है(राधेश्यामी छं
*देखा यदि जाए तो सच ही, हर समय अंत में जीता है(राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
हसदेव बचाना है
हसदेव बचाना है
Jugesh Banjare
मिल के बिछड़ गये,
मिल के बिछड़ गये,
Dr fauzia Naseem shad
धैर्य और साहस...
धैर्य और साहस...
ओंकार मिश्र
जिंदगी
जिंदगी
Neeraj Agarwal
4861.*पूर्णिका*
4861.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चला गया
चला गया
Rajender Kumar Miraaj
" तार हूं मैं "
Dr Meenu Poonia
आत्मबल
आत्मबल
Punam Pande
आसमाँ मेें तारे, कितने हैं प्यारे
आसमाँ मेें तारे, कितने हैं प्यारे
The_dk_poetry
दलित साहित्य / ओमप्रकाश वाल्मीकि और प्रह्लाद चंद्र दास की कहानी के दलित नायकों का तुलनात्मक अध्ययन // आनंद प्रवीण//Anandpravin
दलित साहित्य / ओमप्रकाश वाल्मीकि और प्रह्लाद चंद्र दास की कहानी के दलित नायकों का तुलनात्मक अध्ययन // आनंद प्रवीण//Anandpravin
आनंद प्रवीण
क़िरदार अपनी आंखों में झलक उठता है,
क़िरदार अपनी आंखों में झलक उठता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
राज़ की बात
राज़ की बात
Shaily
बादलों की उदासी
बादलों की उदासी
Shweta Soni
ज़िंदगी के फ़लसफ़े
ज़िंदगी के फ़लसफ़े
Shyam Sundar Subramanian
शालीनता , सादगी और संस्कार भी एक श्रृंगार है , तथाकथित आधुनि
शालीनता , सादगी और संस्कार भी एक श्रृंगार है , तथाकथित आधुनि
पूर्वार्थ
जिस प्रकार इस धरती में गुरुत्वाकर्षण समाहित है वैसे ही इंसान
जिस प्रकार इस धरती में गुरुत्वाकर्षण समाहित है वैसे ही इंसान
Rj Anand Prajapati
Loading...