रूहानी लगे
तेरे गाँव की गलियां बड़ी रूहानी लगे
मिटटी से निकली सुगंध सुहानी लगे
चुरा लूँ कुछ लम्हे अगर बुरा न मानो
मुझे इनमे कृष्ण राधा की कहानी लगे !!
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डी. के. निवातियाँ _____@@@
तेरे गाँव की गलियां बड़ी रूहानी लगे
मिटटी से निकली सुगंध सुहानी लगे
चुरा लूँ कुछ लम्हे अगर बुरा न मानो
मुझे इनमे कृष्ण राधा की कहानी लगे !!
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डी. के. निवातियाँ _____@@@