रूप पुकारे, प्रीत पनपे l
रूप पुकारे, प्रीत पनपे l
तो रसिक पल पल, नाम जपे ll
रूप चाँदनी या कडक धूप l
रसिक सहज, खुश खुश तपे तपे ll
रसिकता तो, रूप की भक्ती l
जीवन सही सही, खपे खपे ll
पावन द्वेष शक्ति, देख देख l
सहज दूजे द्वेष, छुपे छुपे ll
हर एक रसिक, जीवन जीवन l
रसिक प्यास खबरें, छपे छपे ll
अरविन्द व्यास “प्यास”