रूठ जाने का मन करता है
मैं फिर से रूठ जाना चाहता हूँ
तुमसे भी और खुद से भी
रूठने की फ़ितरत नहीं है मेरी
फिर भी न जाने क्यों रूठ जाना चाहता हूँ
न तुम मुझे अच्छे लगते हो
न मैं खुद को अच्छा लगता हूँ
हाँ, जब ज्यादा सोच लेता हूँ
तो मैं भी बच्चा लगता हूँ
बच्चा!
हाँ बच्चा
जो अनायास रूठ जाना चाहता है कब से
क्योंकि उसे उसके पसंद का कुछ न मिला रब से
दुनियाँ अलग सी लगती है जिसे
कुछ भी अपना नहीं लगता
फिर रूठ जाने के सिवा कुछ नहीं दिखता
आँखों पर पर्दा लग गया है गैरीयत का
क्या लेना है किसी को मेरी खैरियत का
फिर अकारण ही टूट जाने का मन
करता है
अकेला रहने का और रूठ जाने का मन करता है
-सिद्धार्थ गोरखपुरी