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2 Jan 2023 · 1 min read

रूठे रूठे से हैं वो लगे

* रूठे – रूठे से हैं वो लगे *
*********************

रूठे – रूठे से हैं वो लगे,
फीके-फीके से हैं वो लगे।

नजरों से नजरें मिली नहीं,
तीखे – तीखे से हैं वो लगे।

बातों मे सच्चाई कहीं नहीं,
झूठे – झूठे से हैं वो लगे।

आँखे आँसू से भीगी हुई,
भीगे – भीगे से हैं वो लगे।

खुद ही खुद में खोये हुए,
खोये-खोये से हैं वो लगे।

मनसीरत सूरत भी थकी,
सोये – सोये से हैं वो लगे।
********************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
68 Views
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