रीत
खोकर पाना पाकर खोना ये दुनिया की रीत है
मैं तुझको चाहूं तू मुझको चाहे यही तो प्रीत है
हार कर जीतना जीत कर हारना सुंकु दोनों में
चेहरे पे किसी के मुस्कान लाना यही तो जीत है
नगमा कोई दिल से एक बार गुनगुनाओ तो सही
सुनकर जिसे कोई अपना बने यही तो गीत है
ये जिंदगी नियामत है जिंदादिली से जियो इसको
सुख दुख में जो सदा संग रहे वो रब सच्चा मीत है
रब अल्लाह ईश्वर गॉड या वाहे गुरु कहता है कोई
हम सबके रखवाले हैं पालनहार भी सबके हैं वोई
वीर कुमार जैन
30 जुलाई 2021