रिश्ते
रिश्ते
रिश्ते वक्त मांगते हैं, संवाद मांगते हैं, साथ मांगते हैं, विश्वास मांगते हैं, प्रेम मांगते हैं, सम्मान मांगते हैं।
अगर तुम इन सब को दे सकते हो, या ये सब तुम्हें मिल रहा है, तो ही रिश्ते बनाओ, अन्यथा रास्ते अपने अपने बेहतर हैं।
रिश्ते बनाना आसान है, लेकिन उन्हें निभाना मुश्किल है। रिश्ते बनाने में पल लगते हैं, लेकिन उन्हें निभाने में उम्र लग जाती है।
रिश्ते बनाते समय सोच-समझकर निर्णय लो, क्योंकि रिश्ते तोड़ना आसान नहीं है। रिश्ते तोड़ने से पहले, एक बार सब कुछ सोच लो।
रिश्ते बनाने में, और उन्हें निभाने में, सभी का सहयोग चाहिए। रिश्ते बनाने में, और उन्हें निभाने में, सभी का विश्वास चाहिए।
रिश्ते बनाने में, और उन्हें निभाने में, सभी का सम्मान चाहिए।
रिश्ते बनाओ, लेकिन उन्हें निभाना भी सीखो। रिश्ते तोड़ना नहीं, बल्कि उन्हें निभाना ही सीखो।