रिश्ते
खून तो खून है
शरीर के अंदर है तो बे-रंग है
निकल आया तो लाल है
खून के रिश्ते जब टूट जाते है
तब यह सफेद कहलाता है
और क्या कहूँ खून तेरे लिए
बडा दुःख होता है
जब भाई
भाई के खून प्यासा होता है
खून के रिश्तों को बदनाम
मत करो दोस्त
हर एक के शरीर में
माँ का खून होता है
स्वलिखित
संतोष श्रीवास्तव